स्टेच्यू आॅफ यूनिटी: लोगोने पकड़ी यह गलती, सरकार ने भूल स्वीकारी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 31अक्टूबर को दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा स्टेच्यू ऑफ यूनिटी का उद्घाटन किया था। इस कार्यक्रम में सीएम विजय रूपाणी समेत कई हस्तियां शामिल हुई थीं। इस महान प्रतिमा पर सभी की नजरें पड़ीं, पर किसी ने शायद तमिल में लिखी इबारत पर ध्यान नहीं दिया, जिसमें भूल थी। अब सरकार ने इस भूल को स्वीकार लिया है।
'द स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी' पुस्तक बोर्ड पर 10 अलग-अलग भाषाओं में लिखी गई है। इस साइन बोर्ड पर तमिल भाषा में लिखी गई प्रतिमा की एकता का संकेत गलत तरीके से लिखा गया है। हालांकि, राज्य सरकार ने इसे स्वीकार कर लिया है। तमिल भाषा में, एकता की प्रतिमा को गलत तरीके से लिखा गया था, जिसे सोशल मीडिया पर लोगों ने पकड़ा था।
3 साल बाद 'स्टेच्यू ऑफ यूनिटी; नहीं रहेंगी सबसे ऊँची प्रतिमा, यह प्रतिमा लेंगी उसका स्थान यहाँ क्लिक करे
'द स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी' पुस्तक बोर्ड पर 10 अलग-अलग भाषाओं में लिखी गई है। इस साइन बोर्ड पर तमिल भाषा में लिखी गई प्रतिमा की एकता का संकेत गलत तरीके से लिखा गया है। हालांकि, राज्य सरकार ने इसे स्वीकार कर लिया है। तमिल भाषा में, एकता की प्रतिमा को गलत तरीके से लिखा गया था, जिसे सोशल मीडिया पर लोगों ने पकड़ा था।
3 साल बाद 'स्टेच्यू ऑफ यूनिटी; नहीं रहेंगी सबसे ऊँची प्रतिमा, यह प्रतिमा लेंगी उसका स्थान यहाँ क्लिक करे
Comments
Post a Comment